दुनिया में चिकित्सा पद्धति चाहे कितनी भी प्रगतिशील हो जाये लेकिन भारत की परम्परागत देशी उपचार की शैली आज भी उतनी ही कारगर हैं जितनी आज से सैकड़ों साल पहले थी।
भारतीय परम्परागत देशी उपचार की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह व्यक्ति को फायदा तो पहुंचाती ही है साथ ही साथ स्थायी और दीर्घगामीप्रभाव भी रखते हैं। इसके अलावा आने वाली पीढ़ी तक प्रभाव का संदेश भी प्रसारित करती है।
इन रोजमर्रा की औषधियों के सेवन से मरीज को किसी भी तरह का कोई नुकसान होने की तनिक भी संभावना नहीं होती। हम रोजमर्रा के जीवन में जिन चीजों का इस्तेमाल करते हैं। वह हमारे लिये किस तरह फायदेमंद साबित हो सकती हैं।
आइए जानते हैं सभी के लिए बहुउपयोगी सामग्री जो हमेशा लाभकारी रही है और हमेशा लाभकारी रहेंगी।
1. अंडे- अंडे से चेहरे में नई कांति लाई जा सकती है। कच्चे अंडे को फेंटकर चेहरे और गर्दन पर लेप की तरह लगाइए। 20 मिनट बाद पानी से अच्छी तरह धो लिजिए। अंडे के उपयोग से त्वचा पुष्ट और खिल जाती है।
इसके अलावा एक अंडा, दो चम्मच ब्रांडी में मिलाकर बालों में लगाने से बालों में चमक आ जाती है।
2. चाय- चाय उबालकर ठंडी कर लें। उसमें रूई के फाहे भिगोकर आंखों पर लगाने से थकान वाली थकी हुई आंखों में चमक आ जाती है।
चाय में इस्तेमाल हुई पत्तियां रख लीजिए, इनको पानी में खूब उबालकर शैम्पू करने के बाद बालों को आखिरी बार इसी पानी से धो लें, बालों में चमक आ जाएगी। ध्यान रहे चाय में शक्कर नहीं मिलानी है।
3. शहद- शहद को त्वचा पर लगाएं तो वह चमकदार रेशम जैसी कांति देता है। तैलीय त्वचा हो तो इसमें अच्छी तरह फेंटे हुए अंडे की सफेदी मिलाकर प्रयोग करना अच्छा होता है।
सूखी त्वचा के लिए इसमें दूध की मलाई मिलाकर इस्तेमाल करना चाहिए। एक चम्मच शहद, नहाने के पानी में मिलाकर स्रान करने से थकान मिट जाती है और नींद भी जल्दी आ जाती है।
4. खीरा- खीरे का रस या खीरे की फांके आंखों पर पैड के रूप में इस्तेमाल करना एक प्रचलित नुस्खा है। खीरे में त्वचा को शुद्ध करने और राहत देने का गुण है। घिसे हुए खीरे को दूध में मिलाकर चेहरे पर लगाने से ताजगी मिलती है। दिनभर की गर्मी झेलने के बाद खीरे का उपचार बहुत राहत देता है।
5. आलू- आलू त्वचा के कालेेेे दाग मिटाने में सहायक सिद्ध होता है। आलू के प्रयोग से एग्जिमा में भी राहत मिलती है। इसको अच्छी तरह घिसकर या पीस कर, रस निकालकर त्वचा पर लगाने से बहुत लाभ होता है।
आलू का प्रभाव त्वचा को कसने तथा आंखों के नीचे फूलेपन को दूर करने में काफी सहायक है। पिसे हुए आलू आंखों में ठंडक भी पहुंचाते हैं।
6. बंदगोभी- यह बहुत ही महत्वपूर्ण खनिज की तरह है। बंदगोभी को पानी में उबालकर उस पानी को ठंडा करके उससे मुंह धोने से त्वचा पर पुष्टिवर्धक प्रभाव पड़ता है। चेहरा खुबसूरत बनाने है।
7. पपीता- पपीते में ऐसे एन्जाइम होते हैं, जो त्वचा की मृत कोशिकाओं को मुलायम और स्वस्थ करके, उनकी सफाई करने में सहायक होते हैं। पपीते को पीसकर चेहरे पर लेप की तरह इस्तेमाल करना चाहिए।
8. संतरा- संतरा त्वचा की कोशिकाओं को जीवंत करने के लिए सर्वोत्तम औषधि है। संतरे के सूखे छिलकों का चूर्ण बनाकर चेहरे पर लेप लगाना बहुत फायदेमंद होता है।
9. दही- यह अच्छा शारीरिक त्वचा शोधक है। यह चेहरे और खोपड़ी की खाल को स्वस्थ रखने में बहुत सहायक सिद्ध होता है। तैलीय और दाग- धब्बों वाली त्वचा के लिए बहुत लाभकारी है।
10. बादाम- बादाम तेलीय त्वचा को कोमल और मुलायम करता है तथा झुर्रियों को कसता है। त्वचा को इससे नमी मिलती हैं। आंखों के चारों ओर लगाने से काले धब्बे दूर होते हैं तथा रंग साफ होता है।
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