आंवले का मुरब्बा बनाने की आसान विधि । Awale Ka Murabba Kaise Banate Hain यह हम इस लेख में सीखेंगे और समझेंगे कि आंवला हमारे शारीरिक तंत्र के लिये कितना आवश्यक है।
आंवला एक महत्वपूर्ण फल व औषधि है। यह कई तरह से शारीरिक लाभ पहुंचाने वाली औषधि है। आंवला प्राकृतिक रूप से शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है एवं शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है।
आंवला बच्चों से लेकर बड़ों को व बुजुर्गों को भी फायदा पहुंचाता है। इससे बच्चों का दिमाग (मस्तिष्क) तेज होता है। बच्चों से लेकर बड़ों का चिड़चिड़ापन दूर करता है।
हमारे आस पास परिवार मे देखा गया है कि बहुत से लोगों का स्वभाव थोड़ा गुस्से वाला होता है जिससे वे स्वयं भी परेशान रहते हैं व परिवार में भी कभी कभी अशांति बन आती है, बार बार कलह का कारण भी बनता है गुस्सा, आसान सा उपाय है आंवले के मुरब्बे का सेवन करें।
आपका स्वभाव गुस्सा करने वाला है या आपको जल्दी गुस्सा आता है। तो प्रतिदिन एक से दो चम्मच आंवले का मुरब्बा खाने से गुस्से में राहत मिलती है। आंवले के मुरब्बे में विटामिन सी, विटामिन ए, कैल्शियम एवं लोह पाया जाता है। जो शरीर को शक्तिवर्धक तत्व प्रदान करते हैं।
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चलिए देखते हैं आंवले का मुरब्बा बनाने की आसान विधि :-
आंवले का मुरब्बा बनाने के लिए लगभग 500 ग्राम/ आधा किलो ताजे आंवले को साफ पानी में धो कर निकाल लें। सभी आंवलों को अब कीसना है या फिर बीजा निकालकर चार पांच हिस्सों में काट लें।
अब किसे हुए बारीक आंवले को या कटे हुए आंवले को एक साफ धुले बर्तन में रख लें। इस आंवले के गूदे में शुद्ध शहद को मिलाते रहें और तब तक मिलाएं जब तक मुरब्बा इसमें डूब ना जाए।
इसके बाद इस संपूर्ण शहद और आंवले को एक कांच के पात्र/बरतन में या कांच की शीशी में बंद करके 10 से 12 दिनों के लिए तेेज धूप में रख दें।
इस प्रक्रिया से अच्छी तरह से शहद और आंवले का मिश्रण हो जाएगा। जो धीरे-धीरे स्वादिष्ट आंवले के मुरब्बे में बदल जाएगा।
इस प्राकृतिक विधि से आंवले का मुरब्बा और भी शक्ति वर्धक हो जाता है। आंवले के मुरब्बे के साथ ही साथ आंवले को किसी भी तरह से खाना लाभदायक ही है।
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